विधानसभा चुनाव के बाद एक बार फिर समाजवादी पार्टी पूरे जोशोखरोश से प्रदेश में होने जा रहे नगर निकाय या ये कह लें शहरी सरकार के चुनाव के लिए तैयारी में जुट गयी है। पिछले कुछ अरसे से पार्टी से नाराज चल रहे दिग्गज नेता शिवपाल सिह यादव के घर वापसी से उपजे उत्साह की वजह से पार्टी ने इस बार शहरी सरकार पर कब्जे को लेकर एक अलग रणनीति बनाई है। नेताजी मुलायम सिंह यादव के गैरमौजूदगी में पार्टी के सर्वेसर्वा पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव ने न केवल इस बार पार्टी सिंबल पर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है बल्कि जमीनी स्तर पर काम करने वाले कार्यकर्ताओं को इस चुनाव में मौका दिये जाने के प्रति भी काफी गंभीर है।