मैनपुरी में हुए लोकसभा उपचुनाव में जिस तरह से समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी डिम्पल यादव ने रिकार्डतोड़ जीत हासिल की है उसने यह साबित कर दिया है कि डिम्पल अब सिम्पल नही रहीं। वो अब एक परिपक्व राजनेत्री हो गयी है। नेताजी मुलायम सिंह यादव परिवार की बहू और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की सीधी-साधी सुसंस्कारित सी सदैव हिन्दुस्तानी लिबास में रहने वाली डिम्पल ने इस चुनाव के दौरान ऐसे-ऐसे कार्य-व्यवहार का इजहार किया है जिसने न केवल यादव कुनबे को एकजुट करने में मदद की बल्कि एक तरह से समाजवादी पार्टी के अस्तित्व को बचाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। क्योंकि नेताजी की गैरमौजूदगी में मैनपुरी का यह उपचुनाव पार्टी के लिए प्रतिष्ठा का चुनाव बन गया था।